ताजा समाचार – बैतूल जिले के भीमपुर प्रखंड में दर्दनाक हादसा होने के बाद उनकी मां की नदी में डूबने से मौत हो गयी. यह दर्दनाक हादसा ग्राम पंचायत झकास के उमरघाट के पास ताप्ती नदी में हुआ. मां व दो मासूमों की मौत से गांव में मातम पसर गया है। थाना सांईखेड़ा में एक किसान पर जंगली सूअर ने हमला कर दिया। जंगली सूअर ने कई घंटों तक किसान के जबड़ों को काटा, लेकिन किसान ने उसे पकड़ रखा था। इससे उसकी जान बच गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम उमरघाट निवासी राज पिता गेंदालाल उम्र 5 वर्ष व राम पिता गेंदालाल उम्र 3 वर्ष अपनी मां फूलमा पत्नी गेंदालाल कावड़े (36 वर्ष) के साथ रविवार दोपहर करीब एक बजे ताप्ती नदी में डुबकी लगाई थी. नदी में नहाने के दौरान दोनों गहरे पानी में गिर गए। बच्चे डूबने लगे।
बच्चों को डूबता देख मां फूलमा बाई ने बच्चों को बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। न तो वह बच्चों को बचा पाई और न ही खुद को। तीनों डूब गए। घटना की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने गांव के सहयोग से तीनों शवों को निकलवाया। ग्रामीणों से पंचनामा करने के बाद शवों को निकलवाकर पीएम के लिए भिजवाया। पीएम के बाद परिजनों को शव सौंपे गए। मां व दो बच्चों की मौत से गांव व आसपास के इलाके में मातम पसरा हुआ है. इससे पहले भी नदी में डूबने की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
हमले के बाद ग्रामीण जंगली भालुओं से भिड़ गए
सोमवार को बैतूल से 25 किमी दूर एक किसान पर जंगली सूअर ने हमला कर दिया। हमले के बाद किसान जंगली सूअर से लड़ने में सफल रहा। वह लगभग 20 मिनट तक अपने जबड़े को पकड़कर लड़ता रहा। वयस्क जंगली भालू पर उसका जोर असफल रहा। आसपास के किसानों ने आखिरकार उसे बचा लिया और अस्पताल में भर्ती कराया। उनकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. यह घटना ग्राम बरवी की है।
बचने का कोई मौका नहीं
जानकारी के अनुसार गांव बरवी थाना सांईखेड़ा का रहने वाला गब्बर किरोड़े (40) है. गब्बर किरोड़े एक चना अनाज खाकर पानी लेने खेत की नाली में चला गया। जब वह पानी पी रहा था तो जंगली सूअर ने उस पर हमला कर दिया। करीब सवा क्विंटल वजन के सुअर के हमले से वह भाग नहीं सका।
पानी में हमला
सूअर गब्बर को पानी में फेंक देता है और फिर हमला करता रहता है। गब्बर ने हिम्मत नहीं हारी और सूअर से लड़ता रहा। गब्बर ने जंगली सूअर का जबड़ा पकड़ लिया और उसके साथ करीब 20 मिनट तक कुश्ती लड़ी। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के खेतों में मौजूद किसान जंगली सूअर को मारने के लिए मौके पर पहुंच गए।
एक किमी का रास्ता खाट से ढका हुआ था
इस घटना में गब्बर गंभीर रूप से घायल हो गया। सूअर के हमले से गब्बर गंभीर रूप से घायल हो गया था। किसानों ने उन्हें तुरंत चारपाई पर लिटा दिया और एक किलोमीटर दूर गुड़ी गांव ले गए। 108 एंबुलेंस थीं जो घायलों को बैतूल जिला अस्पताल ले गईं, जहां उन्हें भर्ती कराया गया।
वह कातिल होता अगर वह जबड़ा नहीं पकड़ता।
किसान को बैतूल जिला अस्पताल ले जाया गया। उसका इलाज जारी है। गब्बर के पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं। गब्बर का दावा है कि अगर गब्बर ने सूअर का जबड़ा नहीं पकड़ा होता तो आज भी उसे मार डालता। घटना की जानकारी वन विभाग को मिल गई है। विभाग अब किसान को मुआवजा देने और इलाज कराने के लिए कदम उठा रहा है।